Prostate Cancer in Hindi: प्रोस्टेट कैंसर के लक्षण एवं कारण हिंदी में| Prostate Cancer Causes and 5 Symptoms in Hindi

Prostate Cancer in Hindi | प्रोस्टेट कैंसर के लक्षण और कारक क्या है

प्रोस्‍टेट कैंसर (Prostate Cancer)  एक गंभीर बीमारी है जो बस पुरूषों में ही देखने को मिलती है जिस प्रकार स्तन कैंसर या breast cancer औरतो में देखा जाता है उसी प्रकार इस प्रकार के कैंसर का खतरा मर्दों में अधिक होता है

क्योंकि प्रोस्‍टेट ग्रंथि पुरुषों में होती है, उम्र बढ़ने के साथ प्रोस्‍टेट कैंसर के होने की संभावना बढ़ जाती है। क्युकी उम्र बढ़ने के साथ साथ प्रोस्टेट भी बढ़ने लगते है अगर समय से इसका पता चल जाता है तो इसके खतरों को कम या पूरी तरह से रोका जा सकता है बात बस ये है की आपको सही जानकारी और सही इलाज का पता होना जरूरी है तो बिना किसी फालतू चर्चा के चलिए जानते है प्रोस्टेट कैंसर के लक्षण (Prostate Cancer Symptoms )और बचाव के तरीके आपकी भाषा हिंदी में

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प्रोस्टेट कैंसर के प्रकार | Types Of Prostate Cancer in Hindi

इस लेख में आगे बढ़ने से पहले आपको बता देते है की प्रोस्टेट कैंसर कितने प्रकार के होते है और दोनों में क्या फर्क है उसके बाद हम जानेगे प्रोस्टेट कैंसर के लक्षण हिंदी में (Prostate Cancer Symptoms in Hindi)

प्रोस्टेट कैंसर के दो प्रकार होते हैं:

1) एग्रेसिव प्रॉस्टेट कैंसर: एग्रेसिव प्रोस्टेट कैंसर को तेज़ी से विकसित होने वाला कैंसर भी कहा जाता है। यह कैंसर बहुत जल्दी शरीर में विकसित होता है और शरीर के अन्य अंगों में भी फैल जाता है। यह बहुत खतरनाक हो सकता है क्युकी यह मरीज़ के कुछ समझ पाने से पहले ही अपना काम शुरू कर देता है ।

2) नॉन एग्रेसिव प्रोस्टेट कैंसर: नॉन एग्रेसिव प्रोस्टेट कैंसर को धीमी गति से फैलने वाला कैंसर भी कहा जाता है। यह कैंसर पुरुषों में प्रोस्टेट ग्लैंड में ही पाया जाता है। एग्रेसिव प्रोस्टेट कैंसर के मुकाबले यह कम खतरनाक होता है क्युकी इस कैंसर के लक्षण को समझने में समय नहीं लगता है और धीरे धहेरे बढ़ने के कारण इसके लक्षणों को आसानी से पहचाना जा सकता है

Prostate Cancer Symptoms in Hindi: प्रोस्टेट कैंसर के लक्षण एवं कारण हिंदी में| Prostate Cancer Causes and 5 Symptoms in Hindi

प्रोस्टेट कैंसर के लक्षण |Prostate Cancer Symptoms in Hindi

यह गंभीर बीमारी मध्यम आयु वर्ग या वृद्ध लोगों को अधिक प्रभावित करती है और मुख्य रूप से 65 वर्ष से अधिक उम्र के पुरुषों में प्रोस्टेट कैंसर का खतरा सबसे अधिक होता है। प्रारंभिक अवस्था में पुरुषों में प्रोस्टेट कैंसर के लक्षण नहीं दिखते हैं। पर जब यह समस्या बढ़ने लगती है तो कुछ लक्षण दिखाई देने लगते है जो निम्नलिखित है :-

1)  सामान्य से अधिक पेशाब आना

बहुत से लोग इस बात को हलके में लेकर भूल जाते होंगे पर आपको बता दे अधिकतर लोगों में यह पाया गया है कि बार-बार पेशाब का आना एक बहुत ही प्रमुख प्रोस्टेट कैंसर का लक्षण है।

2) पेशाब करते समय खून का आना

पेशाब के दौरान खून का आना भी प्रोस्टेट कैंसर होने का एक प्रमुख लक्षण है। अगर किसी भी पुरुष को पेशाब करते समय खून दिखाई देता है तो उसे तुरंत ही अपने डॉक्टर से इस विषय में चर्चा करनी चाहिए और अपना इलाज शुरू करवाना चाहिए ।

3) पीठ में दर्द

वैसे तो पीठ का दर्द सभी लोगो को होता है हम लोगो में से बहुत लोग ये कहेंगे ये कोई लक्षण नहीं होता पर ध्यान देने वाली बात यह है की प्रोस्टेट कैंसर के दौरान होने वाला पीठ दर्द लम्बे समय तक रह सकता है और इसके साथ यदि आपको पेसब करने में समस्या है तो यह कोई संयोग नहीं आपको अपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए

4) पेशाब का रुकना

कई बार यह भी देखा गया है कि जो व्यक्ति प्रोस्टेट कैंसर जैसी गंभीर बीमारी का शिकार है उसे पेशाब करने में बहुत समस्या होती है  अगर पेशाब सही से ना होना या रुक रुक कर हो रही है तो  यह प्रोस्टेट कैंसर का एक प्रमुख लक्षण (Prostate Cancer Symptoms) भी हो सकता है।

5) त्‍वचा में बदलाव

अगर आपकी त्वचा में अचानक कोई परिवर्तन दिखाई देने लगे जैसे आपके चेहरे के साथ साथ आपकी त्वचा सांवली या काली पड़ने लगी है तो सतर्क हो जाइए और डॉक्टर से संपर्क जरूर करें। क्योंकि ये प्रोस्‍टेट कैंसर (Prostate Cancer) का एक लक्षण है।

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Prostate Cancer Symptoms in Hindi: प्रोस्टेट कैंसर के लक्षण एवं कारण हिंदी में| Prostate Cancer Causes and 5 Symptoms in Hindi

प्रोस्टेट कैंसर के कारण |Causes Of Prostate Cancer in Hindi

प्रोस्टेट कैंसर के वैसे तो कई कारण हो सकते हैं जिनमें से कुछ प्रमुख कारण यह भी है-

1) अधिक उम्र

अधिक उम्र होने के कारण प्रोस्टेट कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है। यह कैंसर ज्यादातर उम्र दराज लोगों में ही देखने को मिलता है। इसलिए 60 साल के ऊपर के लोगों को अपनी सेहत पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए।

2) मोटापा

वैसे मोटापा शारीर में कई बीमारियों का कारण है। जिन पुरुषों का वजन बहुत अधिक होता है उनमें भी यह बीमारी देखने को मिली है। इसलिए पुरुषों को अपने वजन पर भी नियंत्रण रखना चाहिए।

3) हारमोंस

हारमोंस में बदलाव यदि सामान्य और नियमित तरीके से नहीं हो रहा है तो  यह कारण भी  प्रोस्टेट कैंसर के खतरे को बढ़ा देता है।

4) असंतुलित आहार

जो पुरुष ज्यादा चिकना और तली भुनी चीजें खाते हैं उनको भी प्रोस्टेट कैंसर होने का खतरा हो जाता है। इसलिए सभी को पौष्टिक आहार ही खाना चाहिए और अपनी सेहत का ध्यान रखना चाहिए

प्रोस्टेट कैंसर का इलाज |Prostate Cancer Treatment in Hindi

प्रोस्टेट कैंसर का इलाज संभव है यदि समय रहते ही इसकी जानकारी हो जाये इसका इलाज शुरू करवा देना चाहिए ताकि जिंदगी बेहतर हो सके। अब जानते है प्रोस्टेट कैंसर का इलाज कैसे किया जा सकता है और क्या तरीके है

1) दवाई द्वारा प्रोस्टेट कैंसर का इलाज (Prostate Cancer Treatment with Medicine)

प्रोस्टेट कैंसर का इलाज दवाई के द्वारा भी कर सकते हैं। प्रोस्टेट कैंसर के लिए बहुत सारी दवाएं उपलब्ध हैं।  हलाकि हम किसी भी दवा का नाम यहाँ नहीं लिखेंगे क्युकी यह मरीज़ की स्तिथि और कैंसर की गभीरता को देखते हुए  ही बताई जा सकती है बेहतर जानकारी के लिए डॉक्टर से परामर्श ले और हम बस यही कहेंगे यदि मरीज़ समय-समय पर अपनी दवाइयां ले तो कैंसर से छुटकारा पा सकते हैं।

2) सर्जरी द्वारा प्रोस्टेट कैंसर का इलाज (Prostate Cancer Treatment by Surgery)

किसी कारण वस् जब इलाज किसी भी अन्य तरीके से नहीं हो पाता है तब हमारे पास यह एक आखिरी तरीका बचता है और वह है सर्जरी। इस सर्जरी को प्रोस्टेटेक्टमी कहा जाता है। इसमें सर्जिकल तरीके से प्रोस्टेट ग्लैंड को शारीर से बहार निकाल दिया जाता है।

Prostate Cancer Symptoms in Hindi: प्रोस्टेट कैंसर के लक्षण एवं कारण हिंदी में| Prostate Cancer Causes and 5 Symptoms in Hindi
Image source:- Canva

क्या प्रोस्टेट कैंसर के खतरे को टाला जा सकता है ? |Can the risk of prostate cancer be avoided?

वैसे तो प्रोस्टेट कैंसर के लिए कोई स्पष्ट रोकथाम रणनीति नहीं बनी है, लेकिन कुछ सावधानी रखते हुए इससे बचा जा सकता है, जैसे – कि कम वसा, अधिक हरी सब्जियों और फलों से बना एक स्वस्थ आहार अपनाये  यह प्रोस्टेट कैंसर के खतरे को कम करने में मदद कर सकता है। शारीर में पानी की कमी न होने दे

पीएसए ब्लड टेस्ट करवाए और शारीरिक परीक्षा के साथ नियमित जांच करवाते रहे यदि कोई खास लक्षण दिखे तो अपने डॉक्टर से संपर्क करे,  उपरोक्त बताये गए टेस्ट प्रारंभिक अवस्था में प्रोस्टेट कैंसर prostate cancer का पता लगाने के लिए जरूरी है।

अच्छे स्वास्थ्य को बनाए रखने और सामान्य रूप से बीमारी को रोकने के लिए स्वस्थ आहार और नियमित व्यायाम भी जरूरी हैं।

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He is a professional blog writer and editor. His interest in medicine makes him excellent in his research project. Now he prefers to write blogs about medications and diseases. His hobbies include football and watching Netflix. He loves reading novels and gain knowledge about more medication and treatments. He is very helpful in nature and you will often find him helping others in the treatment.

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