- Newborn Baby Care Tips In Hindi – नवजात शिशु का ख्याल कैसे रखें ?
- नवजात शिशु का जन्म होने के पश्चात कुछ ध्यान रखने योग्य बातें – Some Things to keep in Mind After The Birth of a Newborn Baby In Hindi ?
- 1. शिशु को हाथ लगाने से पहले हाथों को अच्छी तरह साफ करें
- 2. बार-बार शिशु का मुंह ना चूमे
- 3. साफ सफाई का ध्यान रखें
- 4. शिशु के पेशाब वाले कपड़ों को तुरंत ही धोएं
- 5. नवजात शिशु को अधिक समय तक डायपर ना पहनाएं
- 6. शिशु को गोद में उठाते समय गर्दन का ध्यान रखें
- 7. शिशु को गोद में उठाकर जोर-जोर से ना हिलाए
- 8. नवजात शिशु को सुलाते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल करें
- 9. मच्छरों को भगाने के लिए धूएं वाली कॉइल का इस्तेमाल ना करें
- 10. बच्चे को सुलाते समय ज्यादा हवा का इस्तेमाल ना करें
- 11. बाहर से घर आने पर तुरंत शिशु के पास ना जाए
- 12. नवजात शिशु के सामने तेज रोशनी का इस्तेमाल ना करें
- बच्चे के पोषण का भी ध्यान रखें – Nourishment of Newborn baby In Hindi ?
- 1. रोजाना शिशु की मालिश करें ( Massage Baby Daily )
- 2. शिशु की मां को पोस्टिक आहार का सेवन करना चाहिए ( The Mother of the Baby should Consume Postic Diet )
- 3. नवजात शिशु को लोरी सुनाए ( Sing a Lullaby to a Newborn Baby )
- 4. शिशु को कपड़े से लपेट कर रखें ( Wrap Baby With Cloth )
- 4. नवजात शिशु को पानी पिलाएं ( Give Water To a Newborn )
- 5. सुबह और शाम के समय बच्चे को ताजी हवा में ले जाएं ( Take the Baby to the Fresh Air in the Morning and Evening )
- नवजात शिशु के स्वास्थ्य से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण बातें – Some Important Things Related To the Health of the Newborn Baby In Hindi ?
- 1. नवजात शिशु को टाइट कपड़े से ना लपेटे ( Do Not Wrap the Newborn With a Tight Cloth )
- 2. डायपर या लंगोट बदलते समय रखें इस खास बात का ध्यान ( Keep This Special Thing in Mind While Changing Diapers or Nappies )
- 3. शिशु को नहलाते समय रखें खास बात का ध्यान ( Take Care of Special Things While Bathing the Baby )
- 4. स्तनपान कराते समय या फिर बोतल से दूध पिलाते समय भी रखें ध्यान ( Take Care While Breastfeeding or While Bottle Feeding )
- 5. नवजात शिशु के सोने से जुड़ी कुछ बातों का रखें ख्याल ( Take Care of Some Things Related to Sleeping of the Newborn Baby )
- 7. नवजात शिशु के सामने धूम्रपान बिल्कुल भी ना करें ( Never Smoke in Front of a Newborn Baby In Hindi )
- 8. नवजात शिशु की माताओं को खाने पीने का ध्यान रखना चाहिए ( Mothers of Newborn Baby Should Take Care of Food and Drink In Hindi )
- Conclusion –
Newborn Baby Care Tips In Hindi – नवजात शिशु का ख्याल कैसे रखें ?
जब किसी भी नवजात शिशु का जन्म होता हैं, तो उसके जन्म के पश्चात बच्चे के माता पिता को अपने नवजात शिशु का काफी अधिक ख्याल रखना पड़ता है, जिनसे की उस बच्चे को स्वस्थ रहने में मदद मिले और उसका विकास भी अच्छे से हो क्योंकि बहुत सी चीजें ऐसी होती हैं, जिनके कारण आपके इन नवजात शिशु को काफी हद तक नुकसान भी पहुंच सकता हैं।
इसीलिए New Born Baby Care Tips के बारे में हमें अच्छे से पता होना आवश्यक है तभी हम उसको स्वस्थ रख सकते हैं। क्योंकि नवजात शिशु का इम्यूनिटी सिस्टम बहुत ही कमजोर होता हैं, जिसके कारण उसे छोटी-मोटी चीजों के कारण भी काफी हद तक नुकसान पहुंच सकता हैं।
इसी के साथ साथ नवजात शिशु की त्वचा भी बहुत ज्यादा नाजुक होती है, जिसके चलते थोड़ी सी भी लापरवाही के कारण उसे बहुत ज्यादा नुकसान हो सकता हैं। यदि आप अपने नवजात शिशु को बिल्कुल स्वस्थ रखना चाहते हैं, तो आपको अपनी जीवनशैली में तो बहुत से बदलाव करने ही होंगे। इसी के साथ-साथ आपको यह भी अच्छे से पता होना चाहिए कि New Born Baby Ka Khayal Kaise Rakhe तथा New Born Baby Ko Kaise Pakde इसके बारे में भी हम आपको विस्तार से बताएंगे।
नवजात शिशु का जन्म होने के पश्चात कुछ ध्यान रखने योग्य बातें – Some Things to keep in Mind After The Birth of a Newborn Baby In Hindi ?
जब आपके बच्चे का जन्म हो जाता है, तो उसके पश्चात आपको बहुत सी बातों का ध्यान रखना पड़ता है, ताकि आप अपने बच्चे को स्वस्थ रखे हैं जैसे कि :-
1. शिशु को हाथ लगाने से पहले हाथों को अच्छी तरह साफ करें
नवजात शिशु बहुत ही कमजोर होता है यदि आपके हाथ थोड़े से भी गंदे हैं और उन पर Bacteria जमे हुए हैं तो आपका शिशु उनके संपर्क में काफी जल्दी आ सकता है और वह बीमार भी हो सकता है। इसीलिए जब भी आप अपने शिशु को अपने हाथों से छूते हैं या फिर उसे गोद में उठाते हैं, तो उससे पहले अपने हाथों को एंटीबैक्टीरियल साबुन या फिर हैंडवाश से अच्छी तरह धो लें, ताकि आपके हाथों पर जमे व्यक्ति लिया अच्छे से नष्ट हो जाएं और उसके पश्चात ही अपने शिशु को हाथ लगाएं।
2. बार-बार शिशु का मुंह ना चूमे
बहुत से लोगों को यह आदत होती है वह अपने नवजात शिशु को बार-बार अपने होठों से चूमते हैं या फिर कोई बाहर का व्यक्ति भी यदि आता हैं, तो वह तुरंत ही नवजात शिशु के गालों को चूमने लगता है हम आपको बता दें कि, नवजात शिशु के गालों को चूमने के कारण भी उसका स्वास्थ्य बिगड़ सकता है
क्योंकि बाहर का भी कोई व्यक्ति यदि आ रहा हैं, तो उसके मुंह के अंदर भी बैक्टीरिया हो सकते हैं या फिर बहुत से लोग कई प्रकार की बीमारियों से ग्रसित होते हैं और वह यदि नवजात शिशु को चुनते हैं, तो उनके कारण आप के शिशु का स्वास्थ्य खराब हो सकता हैं। इसीलिए अपने नवजात शिशु को किसी को भी चूमने ना दें या फिर खुद भी नवजात शिशु को ना चूमे।
3. साफ सफाई का ध्यान रखें
अगर आपके शिशु के आसपास अच्छे से साफ सफाई नहीं है या फिर आपके घर में साफ सफाई नहीं है, तो उसके कारण भी आपके शिष्यों का स्वास्थ्य खराब हो सकता हैं। इसीलिए आपको साफ सफाई का पूरा ध्यान रखना चाहिए और जब आप घर में झाड़ू लगा रहे होते हैं, तो उस समय अपने शिशु को उस कमरे में ना रखें जहां पर आप झाड़ू लगा रहे हैं, क्योंकि धूल मिट्टी के कारण सांस लेने के माध्यम से उसके शरीर में प्रवेश कर सकते हैं, जिससे कि उसका स्वास्थ्य खराब हो सकता है।
4. शिशु के पेशाब वाले कपड़ों को तुरंत ही धोएं
- अकसर ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसा भी देखा जाता है कि, उनका नवजात शिशु बार-बार एक ही कपड़े में पेशाब करता रहता है और वह उन कपड़ों को नहीं बदलते हम आपको बता दें कि, यदि आप शिशु के पेशाब वाले कपड़ों को तुरंत ही नहीं बदलेंगे तो उसके कारण भी आप के शिशुओं को बचा संबंधित संक्रमण हो सकता है या फिर उसकी त्वचा पर रैशेज भी हो सकते हैं, इसीलिए अपने शिशु को बिल्कुल साफ सुथरा बनाए रखें और उसके पेशाब वाले कपड़ों को तुरंत ही बदल दें।
- जब आप अपने शिशु के पेशाब वाले कपड़ों को धोते हैं, तो उस समय उन कपड़ों को धोते समय आपको Liquid Detol का इस्तेमाल करना चाहिए। जब आप पानी की बाल्टी में डालते हैं, तो उसमें आपको एक ढक्कन लिक्विड डेटोल का डालना चाहिए, जिससे कि कपड़ों पर जमे सभी बैक्टीरिया नष्ट हो जाएं और शिशु को स्वस्थ रहने में मदद मिले।
5. नवजात शिशु को अधिक समय तक डायपर ना पहनाएं
आजकल ऐसा भी देखा जाता है कि जब नवजात शिशु जन्म लेता है, तो उसकी माताएं पेशाब के कपड़े बार-बार बदलने या धोने से बचने के लिए उसे ज्यादा समय diaper पहना कर रखती हैं। हम आपको बता दें कि नवजात शिशु को ज्यादा समय तक डायपर पहनाना बिल्कुल भी ठीक नहीं होता।
इसीलिए आप अपने नवजात शिशु को पहनाने के लिए लंगोट का इस्तेमाल करें जोकि कॉटन के कपड़े से बना हो यदि आपको ज्यादा समय तक अपने शिशु को डायपर पहनाते हैं, तो उसके कारण भी उसको त्वचा संबंधित है बीमारी हो सकती है, इसीलिए डायपर का इस्तेमाल जितना हो सके उतना कम करें।
6. शिशु को गोद में उठाते समय गर्दन का ध्यान रखें
नवजात शिशु की गर्दन बहुत ही नाजुक होती हैं, जिसमें थोड़े से ही झटके के कारण भी खिंचाव आ सकता है या फिर उसको गर्दन में भी बहुत ज्यादा दर्द हो सकता है। इसीलिए जब आप अपने नवजात शिशु को गोद में उठाते हैं, तो उस समय उसकी गर्दन पर हाथ लगाकर ही गोद में उठाएं यदि आप गर्दन पर हाथ लगाकर शिशु को उठाते हैं, तो इस प्रकार उसकी गर्दन बिल्कुल सुरक्षित रहती है और उसमें किसी भी प्रकार का खिंचाव पढ़ने के चांसेस भी नहीं रहते।
7. शिशु को गोद में उठाकर जोर-जोर से ना हिलाए
कभी भी नवजात शिशु को गोद में उठाकर जोर जोर से नहीं हिलाना चाहिए बहुत से लोग ऐसा करते हैं जिसके कारण उनके शिशु को नुकसान भी पहुंच सकता है हम आपको बता दें कि, जब आप अपने नवजात शिशु को गोद में उठाकर तेज तेजी लाते हैं, तो उस समय उसके सिर में खून जमने का खतरा भी होता है, इसीलिए ऐसा बिल्कुल भी ना करें।
8. नवजात शिशु को सुलाते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल करें
नवजात शिशु की skin और immunity system बहुत ही नाजुक होते हैं। इसीलिए मच्छर के काटने से भी उन्हें काफी नुकसान पहुंचता है और उनकी त्वचा पर लाल लाल दाने भी हो जाते हैं।
इसीलिए जब भी आपका शिशु सो रहा होता है तो उस समय उसे मच्छरदानी के अंदर ही सो जाएं, ताकि मच्छरों के काटने का खतरा कम हो जाए। जब आपका नवजात शिशु जन्म लेता हैं, तो जन्म के पश्चात से ही आपको अपने घर में पोचा लगाते समय पोचे के पानी में ढक्कन Liquid Detol का डालना चाहिए ताकि फर्श पर जो भी Bacteria जमा हो वह तुरंत ही नष्ट हो जाए।
9. मच्छरों को भगाने के लिए धूएं वाली कॉइल का इस्तेमाल ना करें
अक्सर ग्रामीण इलाकों में मच्छरों को भगाने के लिए धुए वाली मोर्टिन या ऑल आउट का इस्तेमाल भी किया जाता हैं। हम आपको बता दें की धूए से बच्चे को सांस लेने में काफी दिक्कतें आ सकती हैं। इसीलिए बच्चे के आसपास घूमने वाली किसी भी प्रकार की ऐसी चीज का इस्तेमाल बिल्कुल भी ना करें।
10. बच्चे को सुलाते समय ज्यादा हवा का इस्तेमाल ना करें
नवजात शिशु को ज्यादा हवा में सांस लेने में दिक्कत हो सकती हैं, इसीलिए जब आपका नवजात शिशु सो रहा होता है, तो उस समय आपको पंखे या कूलर को ज्यादा तेज नहीं चलाना चाहिए या फिर यदि आप अपने बच्चे को ऐसी में सुला रहे हैं, तो AC से अपने कमरे को आपको ज्यादा ठंडा नहीं करना चाहिए, क्योंकि जब आप अपने बच्चे को AC के कमरे से बाहर निकालेंगे, तो उस समय उसका स्वास्थ्य भी खराब हो सकता है।
11. बाहर से घर आने पर तुरंत शिशु के पास ना जाए
जब आप कहीं बाहर से घर पर आते हैं या फिर बच्चे के पिता नौकरी करते हैं और वह जब नौकरी से घर आते हैं, तो तुरंत ही बच्चे के पास नहीं जाना चाहिए, क्योंकि जब हम बाहर होते हैं, तो उसके कारण बहुत से Bacteria हमारे शरीर पर जम जाते हैं, जो कि बच्चे को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसीलिए बाहर से घर आने पर पहले अच्छे से नहा धो लें और सभी बच्चे के पास जाएं।
12. नवजात शिशु के सामने तेज रोशनी का इस्तेमाल ना करें
नवजात शिशु की आंखें इतनी ज्यादा विकसित नहीं होती कि वह तेज रोशनी को जरा सा भी सहन कर सके। इसीलिए शिशु के सामने तेज रोशनी वाली लाइटों का इस्तेमाल बिल्कुल भी ना करें या फिर किसी को मोबाइल फोन भी ना दिखाएं, क्योंकि उसके कारण उसकी आंखों को काफी ज्यादा नुकसान पहुंच सकता है।
बच्चे के पोषण का भी ध्यान रखें – Nourishment of Newborn baby In Hindi ?
नवजात शिशु के पोषण का भी कभी ख्याल रखना पड़ता है, क्योंकि पोषण संबंधी जरा सी भी लापरवाही नवजात शिशु के स्वास्थ्य को तुरंत ही बिगाड़ सकती हैं। इसीलिए Nourishment of Newborn baby In Hindi का पूरा ख्याल रखें जैसे कि :-
1. रोजाना शिशु की मालिश करें ( Massage Baby Daily )
आपको अपने शिष्यों की मांसपेशियों और हड्डियों का बचपन से ही ख्याल रखना पड़ता है। इसीलिए आपको अपने शिशु की रोजाना मालिश करनी चाहिए यदि सर्दियों का मौसम है, तो आपको अपने नवजात शिशु की धूप में रोजाना 15 से 20 मिनट तक अच्छी तरह हाथों पैरों की मालिश करनी चाहिए। इस प्रकार जन्म से ही आपकी शिशु की मांसपेशियां काफी मजबूत बनने लगती हैं, इसके अतिरिक्त गर्मियों के मौसम में आप अपने घर में भी अपने शिशु को बिस्तर पर लेटा कर अच्छे से मालिश कर सकती हैं।
2. शिशु की मां को पोस्टिक आहार का सेवन करना चाहिए ( The Mother of the Baby should Consume Postic Diet )
नवजात शिशु को ज्यादातर पोषण अपनी माता के माध्यम से ही प्राप्त होता है इसीलिए नवजात शिशु की माता को अधिक से अधिक पौष्टिक आहार का सेवन करना चाहिए क्योंकि जितने ज्यादा पौष्टिक आहार का सेवन माता करती है, तो उसका पूरा पोषण बच्चे को भी प्राप्त होता है, क्योंकि नवजात शिशु को दिन में 6 से 7 बार माता के द्वारा ही दूध पिलाया जाता है और जब माता नवजात शिशु को दूध पिलाती है, तो दूध के माध्यम से वह सभी पोषक तत्व की प्राप्ति नवजात शिशु को भी होती है।
3. नवजात शिशु को लोरी सुनाए ( Sing a Lullaby to a Newborn Baby )
नवजात शिशुओं को लोरी सुनना बेहद ही पसंद होता है और उन्हें लोरी सुनने से काफी जल्दी नींद भी आ जाती है, इसीलिए माताओं को अपने नवजात शिशुओं को लोरी सुना कर सुलाना चाहिए।
4. शिशु को कपड़े से लपेट कर रखें ( Wrap Baby With Cloth )
जब नवजात शिशु का जन्म होता है, तो उसके पहले 10 से 15 दिनों में उनकी माताओं को अपने बच्चे को कपड़े से लपेट कर रखना चाहिए और ज्यादा हवा ज्यादा आवाज धूल मिट्टी हर एक चीज से उन्हें बचाना चाहिए, इस प्रकार भी आप अपने बच्चे के स्वास्थ्य का अच्छा ख्याल रख सकती हैं।
4. नवजात शिशु को पानी पिलाएं ( Give Water To a Newborn )
नवजात शिशु के शरीर में पानी की कमी बिल्कुल भी नहीं होने देनी चाहिए। इसीलिए दिन में कम से कम दो से तीन बार अपने शिशुओं को छोटी चम्मच की सहायता से थोड़ा बहुत पानी भी पिलाती रहें, क्योंकि पानी का सेवन करने से भी आपके बच्चे को विकास में मदद मिलेगी।
5. सुबह और शाम के समय बच्चे को ताजी हवा में ले जाएं ( Take the Baby to the Fresh Air in the Morning and Evening )
ताजी हवा भी बच्चे को अच्छा स्वास्थ्य प्रदान करने में काफी मदद करती है। इसीलिए अपने नवजात शिशुओं को जन्म के 10 से 15 दिन के पश्चात सुबह या शाम के समय अपने घर की छत पर ताजी हवा में भी ले जाना चाहिए, क्योंकि ताजी हवा में सांस लेने से आपके बच्चे के फेफड़े बिल्कुल सही से काम करते हैं।
नवजात शिशु के स्वास्थ्य से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण बातें – Some Important Things Related To the Health of the Newborn Baby In Hindi ?
अब हम आपको नवजात शिशु के स्वास्थ्य से जुड़ी कुछ बातें बताने वाले हैं जिनके माध्यम से आप अपने बच्चे का काफी ख्याल रख सकती हैं और उन्हें बीमारियों से भी बचा कर रख सकती हैं जैसे कि :-
1. नवजात शिशु को टाइट कपड़े से ना लपेटे ( Do Not Wrap the Newborn With a Tight Cloth )
आपको अपने नवजात शिशु को टाइट कपड़े से बिल्कुल भी नहीं लपेटना चाहिए या फिर नवजात शिशु को टाइट कपड़े भी नहीं पहनाने चाहिए। क्योंकि टाइट कपड़ों के कारण उन्हें अपने हाथ पैर को हिलाने में दिक्कत हो सकती है या फिर उन्हें सांस लेने में भी दिक्कत आ सकती है।
2. डायपर या लंगोट बदलते समय रखें इस खास बात का ध्यान ( Keep This Special Thing in Mind While Changing Diapers or Nappies )
अगर आप अपने नवजात शिशु का उसके पेशाब करने के पश्चात डायपर या लंगोट बदल रहे हैं, तो उससे पहले गुनगुने पानी करके cotton की सहायता से अपने बच्चे को नीचे से पूरी तरह साफ करें और उसके पश्चात ही उसे फिर से diaper या Nappies पहनाए इस प्रकार आपका शिशु त्वचा संबंधित बीमारियों से भी बचा रहेगा।
3. शिशु को नहलाते समय रखें खास बात का ध्यान ( Take Care of Special Things While Bathing the Baby )
आपको अपने शिशु को स्नान कराते समय भी बहुत सी बातों का ख्याल रखना पड़ता हैं। हम आपको बता दें कि जब तक आपके शिशु की गर्भनाल ( Umbilical Cord )अच्छे से सुख नहीं जाती तब तक आपको अपने शिशु को स्नान नहीं करवाना होता।
इसके पश्चात भी जब आप शिशु को स्नान करवाते हैं, तो आप को गुनगुने पानी की सहायता से शिशु को स्नान कराना चाहिए और शिशु को स्नान कराने के लिए आपको Baby Shampoo, Baby Soap का इस्तेमाल करना चाहिए। और ध्यान रहे कि आप यदि अपने शिशु को हफ्ते में 2 से 3 बार नहीं लाते हैं, तो वह काफी है और शिशु को नहीं लाते समय उसकी आंख्या का अंत तथा मुंह में साबुन को ना जाने दें।
4. स्तनपान कराते समय या फिर बोतल से दूध पिलाते समय भी रखें ध्यान ( Take Care While Breastfeeding or While Bottle Feeding )
नवजात शिशु को स्तनपान ( Feeding The Beast ) कराते समय या फिर बोतल से दूध पिलाते समय भी आपको ख्याल रखना चाहिए कि जितनी आपके नवजात शिशु की भूख है उसको उसी हिसाब से दूध पिलाना चाहिए।
यदि आप उसे ज्यादा दूध पिलाएंगे, तो उसे उल्टी भी हो सकती हैं, जिसके कारण उसे सही पोषण भी नहीं मिल पाएगा और बोतल से दूध पिलाते समय इस बात का ख्याल रखें की बोतल को पहले गर्म पानी से अच्छी तरह धो ले। पहले आप बोतल को कम से कम 10 से 15 मिनट गर्म पानी के अंदर डालकर रख दें और उसके पश्चात ही उसे अच्छी तरह धोकर उसमें शिशु को दूध पिलाएं।
5. नवजात शिशु के सोने से जुड़ी कुछ बातों का रखें ख्याल ( Take Care of Some Things Related to Sleeping of the Newborn Baby )
आपको अपने Newborn Baby के सोने से भी संबंधित कुछ बातों को ध्यान में रखना पड़ता है। जब नवजात शिशु का जन्म होता है, तो वह 24 घंटे में से 15 से 18 घंटे तक भी सोता है। लेकिन इस बीच आपको अपने शिशु को नींद से जगा कर उसे स्तनपान कराते रहना चाहिए, क्योंकि सोने के साथ-साथ आपके बच्चे को पोषण की भी बहुत ज्यादा आवश्यकता हैं, इसीलिए अपने बच्चे को नींद से ज्यादा कर दूध पिलाते रहिएगा।
7. नवजात शिशु के सामने धूम्रपान बिल्कुल भी ना करें ( Never Smoke in Front of a Newborn Baby In Hindi )
नवजात शिशु के पिता को या फिर किसी दूसरे व्यक्ति को नवजात शिशु के सामने धूम्रपान नहीं करना चाहिए क्योंकि धूम्रपान के धुए से नवजात शिशु को सांस लेने में दिक्कत हो सकती है। यहां तक कि उसकी जान भी जा सकती हैं। इसीलिए नवजात शिशु के सामने धूम्रपान का सेवन ना तो आप अपने पति को करने दें और ना ही किसी दूसरे व्यक्ति को करने दें धूम्रपान के कारण जो धूआ उत्पन्न होता है, उसमें काफी अधिक मात्रा में जहरीले पदार्थ भी मौजूद होते हैं जो बच्चे के स्वास्थ्य को तुरंत ही खराब कर सकते हैं।
8. नवजात शिशु की माताओं को खाने पीने का ध्यान रखना चाहिए ( Mothers of Newborn Baby Should Take Care of Food and Drink In Hindi )
- नवजात शिशु की माताओं को अपने खाने-पीने का भी ध्यान रखना पड़ता है, क्योंकि उन्हें अपने बच्चे को स्तनपान भी कराना होता है यदि वह कोई बेकार खाना खाती हैं, तो उसके कारण उनके बच्चे को भी नुकसान पहुंच सकता है बहुत-सी महिलाओं को बाहर का खाना खाने की आदत होती है या फिर कोल्ड्रिंक पीने की भी आदत होती है। हम आपको बता दें कि बाहर का खाना खाने से या कोल्डड्रिंक पीने से भी आपके बच्चे का स्वास्थ्य तुरंत ही बिगड़ सकता है। इसलिए आप इस प्रकार की चीजों का सेवन ना करें।
- नवजात शिशु की माताओं को ज्यादा ठंडे पानी का सेवन भी नहीं करना चाहिए क्योंकि ज्यादा ठंडा पानी पीने से उनका स्वास्थ्य तो बिगड़ी सकता है, उनके साथ-साथ उनके बच्चे का स्वास्थ्य भी बिगड़ सकता है। इसीलिए हमेशा सामान्य पानी का सेवन करना चाहिए या फिर दूसरी खाने की ठंडी चीजों का सेवन भी नहीं करना चाहिए।
Conclusion –
नवजात शिशु के जन्म के पश्चात किस प्रकार उसका ख्याल रखना चाहिए तथा किस किस चीजों का ध्यान रखना चाहिए। यह हमने इस पोस्ट के माध्यम से आपको बता दिया है। इसके अतिरिक्त आज की इस पोस्ट के माध्यम से हमने New Born Baby Ka Khayal Kaise Rakhe तथा New Born Baby Care Tips के बारे में आपको बताया है। अब यदि आपको हमसे Healthy Diet For New Born Baby In Hindi से संबंधित कोई भी बात पूछनी है, तो कमेंट सेक्शन में कमेंट करें। धन्यवाद