जानिए क्या है सुपारी पाक ? | What is Supari Pak in Hindi?
सुपारी का इस्तेमाल पूरे भारत में किया जाता है कुछ लोग इसका इस्तेमाल पूजा में करते है और कुछ लोग सुपारी का इस्तेमाल पान या फिर पान मसाला में करते है | पर आप को जानकर हैरानी होगी की सुपारी के इस्तेमाल और भी कई चीजों में किया जाता है इसे औषधि के रूप में भी इस्तेमाल में लाया जाता है।
आज के अपने इस लेख में हम आपको एक ऐसी आयुर्वेदिक दवा के बारे में बताने जा रहे है जो सुपारी से निर्मित है और इस दवा का नाम है सुपारी पाक |
यह आयुर्वेदिक दवा आपको बिना डॉक्टर के पर्चे पर भी मिल सकती है, जो मुख्यतः कमर दर्द, पोषण की कमी के इलाज के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा सुपारी पाक का उपयोग (Supari pak uses in Hindi) अन्य समस्याओं के लिए भी किया जा सकता है।
हम अपने इस लेख में आपको सुपारी पाक के फायदे, सुपारी पाक के नुकसान एवं सुपारी पाक के उपयोग के विषय में सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त करवाने वाले है |
चलिए जानते है इस दवा के विषय में यह एक आयुर्वेदिक टॉनिक है जो पुरुषों और महिलाओं दोनों को समान रूप से फायदा पहुचता है| सुपारी पाक सुपारी का ही पाउडर है इसे छाया में सुखाया जाता है। इस पाउडर को दूध और घी में मिलाकर गाढ़ा होने तक गर्म किया जाता है इसके बाद इसमें अन्य आयुर्वेदिक औषधि मिला कर इसे तैयार कर लिया जाता है। सुपारी पाक का इस्तेमाल गर्भाशय को मजबूत करने में भी किया जाता है। सुपारी पाक में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होने के कारण इसके कई अन्य लाभ हैं जो हम आपको अपने इस लेख में बताने वाले हैं।
अगर अब बात करे महिलाओ व पुरुषो की तो यह दवा महिलाओं के लिए बेस्ट है, सुपारी पाक का इस्तेमाल (Supari pak uses in Hindi) प्रसव के बाद ताक़त प्रदान करने के लिए किया जाता है।
सुपारी पाक किन सामाग्रियो से मिल कर बना है – Supari Pak Ingredients in Hindi
मुख्यता सुपारी पाक का घटक सुपारी है और इसके अतिरिक्त इसमें अन्य जड़ी-बूटी और खनिज लवण मिलाये जाते हैं। सुपारी पाक का निर्माण निम्न लिखित आयुर्वेदिक औषधि द्रव्य के मिश्रण से किया जाता है
चंदन
चंदन एक बहुत उपयोगी आयुर्वेदिक औषधि है और इसकी तशीर ठंढी होती है यह शरीर की गर्मी दूर करके शारीरिक संतुलन बनाए रखने में सहायक है।
जायफल
सुपारी पाक के घटकों में जायफल भी शामिल है जायफल ,अक्सर मसाले के रूप में इस्तेमाल किए जाने वाला तत्व है, किन्तु जायफल का इस्तेमाल अनेक रोगों के उपचार हेतु भी किया जाता है। जायफल में दर्द निवारक तत्व मौजूद होते है जो शारीरिक दर्द को कम करते है। इसके अलावा जायफल का उपोग anti-inflammatory के रूप में भी किया जाता है, शारीरिक सूजन को कम कर सकते है।
जीरा
जीरा भी भारत में मसालों के रूप में इस्तेमाल किया जाता है किन्तु जीरे का इस्तेमाल दीपन पाचन हेतु भी किया जाता है। जीरे का उपयोग अनेक औषधि योग के निर्माण मे किया जाता है। यह पाचन तंत्र को ठीक करता है ओर पाचक एंजाइम को सक्रिय करता है।
कपूर
सुपारी पाक में घटक में कपूर भी एक एहम भूमिका निभाता है और यह एक आयुर्वेदिक दवा है। कपूर का सेवन पित्त विकारों को शांत करने में किया जाता है। इसके अतिरिक्त यह पाचन क्रिया को भी ठीक करने में किया जाता है। कपूर का सेवन कृमि नाशक ,कुष्ठ हर के रूप में भी किया जाता है। कपूर लिंग उत्तेजना में भी सहायक है, अतः कामोत्तेजना विहिन या इरेक्टाइल डिसऑर्डर वाले व्यक्ति को इसका सेवन लाभप्रद होता है।
लौंग
लौंग भी एक मसाले का प्रकार है और इसकी तशीर भी ठंढी होती है इसके सेवन से पाचन संबंधित विकार दूर होते है। इसके अतिरिक्त लौंग का इस्तेमाल anti inflammatory और anti oxydents के रूप में भी किया जाता है। लौंग हमारे शरीर की प्रतिरोधक छमता को मजबूत बनाता है जिससे शरीर में होने वाले संक्रमण से सुरक्षा होती है।
काली मिर्च
मसालों के अतिरिक्त काली मिर्च भी एक औषधि के रूप में प्रयोग लाई जाती है और सुपारी पाक बनाने की विधि में यह भी शामिल है यह हमारे पाचन तंत्र को दुरुश्त कर खाने को पचाने में मदद करती है इसमें anti inflammatory गुण मौजूद होते है जिसकी वजह से यह सूजन कम करने में भी लाभदायक है
पिप्पली
पिप्पली एक बेहतरीन आयुर्वेदि औषधि है जो खांसी, आवाज़ बैठना, दमा, अपच, पक्षाघात आदि में उपयोगी होता है। इसकी तशीर गर्म होती है। इसके साथ यह एक बेहतरीन दर्द निवारक का भी कार्य करती है उपरोक्त बताये गए घटकों की तरह इसमें भी anti inflammatory गुण होते है जो चोट आदि लगने से होने वाले शारीरिक सूजन को कम करने में सहायक है।
पुदीना
पुदीना इसके विषय में लगभग सभी लोग जानते ही होंगे मिंट नाम से जाने जाने वाले इस पौधे का इस्तेमाल पित्त संबंधी समस्याओ को ख़तम करने के लिए किया जाता है इसकी तशीर ठंढी होती है और पाचन एवं पेट संबंधी विकारो को दूर करने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है
शतावरी
शतावरी एक आयुर्वेदि पौधा है इसमें anti inflammatory गुण पाए जाते है जो शारीरिक सूजन को ख़तम करने के लिए किया जाता है। साथ ही शतावरी का प्रयोग यौन इच्छा को बढ़ाने के लिए किया जाता है, जिससे कामोत्तेजना मे कमी हुए लोगो को मदद मिलती है।
शहद
शहद यानि हनी यह भी सुपारी पाक के मुख्य घटकों में शामिल है और शहद का उपयोग कुष्ठ, श्वास विकार,रक्त से सम्बंधित बिमारियों को दूर करने के लिए किया जाता है।
अंजीर
भारत में अंजीर का इस्तेमाल ड्राई फ्रूट्स के तौर पर किया जाता है इसमें शरीर को ऊर्जा ओर शक्ति देने वाले तत्व सम्मिलित होते हैं।
धनियां
सुपारी पाक में धनिया भी मौजूद है जो शरीर में उत्पन्न मुक्त मुलको के द्वारा बढ़े हुए ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करता है।
पिस्ता
पिस्ता भी एक ड्राई फ्रूट है और यह भी anti inflammatory गुण संजोए हुए है जो शारीरिक सूजन को कम करता है।
सुपारी पाक के फायदे | Benefits of Supari Pak In Hindi
सुपारी पाक एक बहुत ही बेहतरीन और्वेदिक दवा साबित हो सकती है जो ल्यूकोरिया, शारीरिक कमज़ोरी, पीठ और कमर की दर्द, चेहरे का पीलापन, खून की कमी, थोड़ा काम करते ही थक जाना जैसे रोगों के लिए कारगर है।
पुरुषों में यह दवा उनके system की कमज़ोरी को दूर करता है साथ ही infertility, शीघ्रपतन और वीर्य विकार में भी सुपारी पाक के इस्तेमाल से फ़ायदा (Supari pak benefits in Hindi)होता है।
सुपारी पाक के इस्तेमाल (Supari pak uses in Hindi) से औरतों की बीमारी ल्यूकोरिया जल्दी ही ठीक हो जाती है और इसके सेवन से गर्भाशय को मजबूती मिलती है।
प्रसव के बाद सुपारी पाक का इस्तेमाल से योनी संकुचित होती है और शरीर को ताक़त मिलती है।
यदि किस महिला को बार-बार गर्भपात या मिस कैरज होने की समस्या है तो वह सुपारी पाक का इस्तेमाल (Supari pak uses in Hindi) कर इस समस्या से राहत पा सकते है
पुरुषो के लिए भी यह दवा उतनी ही फायदेमंद है जितनी औरतो के लिए पुरुषों के रोग जैसे वीर्य विकार, शीघ्रपतन और शुक्राणुओं की कमी में भी सुपारी पाक के इस्तेमाल से फ़ायदा (Supari pak uses in Hindi) होता है।
सुपारी पाक के अन्य उपयोग व फायदे
- शारीरिक कमजोरी
- बैक्टिरियल संक्रमण
- सिरदर्द
- खराब पाचन प्रणाली
- वात दोष
- बांझपन
- एक्जिमा
- Pelvic Inflammatory Disease (श्रोणि सूजन की बीमारी)
- गर्भपात की समस्या
- भूख में कमी
- मासिक धर्म के दर्द और ऐंठन
- शीघ्रपतन
- शुक्रमेह
- ल्यूकोरिया
- बेचैनी
- कमजोर प्रतिरक्षा तंत्र
- खून की कमी
- नसों की कमजोरी
- पीठ और कमर का दर्द
सुपारी पाक के क्या दुष्प्रभाव हो सकते है –Side Effects of Supari Pak in Hindi
वैसे तो यह एक आयुर्वेदिक दवा है परंतु किसी भी दवा को यदि ठीक प्रकार से उपयोग न किया जाये तो वह हमारे शारीर को फायदे की जगह नुकसान पंहुचा सकती है तो यदि आप सुपारी पाक को इस्तेमाल करने के तरीके और इसके साइड इफेक्ट्स यानि दुष्प्रभावो के बारे में जानना चाह रहे है तो यहाँ हमने इस दवा को इस्तेमाल करने के तरीको के साथ साथ इसके कुछ संभावित दुष्प्रभावो में बारे बताया है
इसके कुछ संभावित दुष्प्रभाव इस प्रकार है-
दस्त
यदि आप सुपारी पाक का इस्तेमाल विशेषज्ञ द्वारा सुझाई गई खुराक से अधिक या अनियमित रूप से कर रहे है तो आपको दस्त जैसी समस्या हो सकती है तो हमेसा इस दवा का इस्तेमाल डॉक्टर या किसी विशेषज्ञ से सलाह लेने के बाद ही करे
पेट दर्द
दस्त लगने के साथ साथ पेट दर्द होना भी सुपारी पाक के दुष्प्रभावो में शामिल है यदि सुपारी पाक के इस्तेमाल के बाद आपको पेट दर्द जैसी समस्या हो तो अपने डॉक्टर से अवस्य संपर्क करे और उन्हें अपनी स्तिथि के बारे में बताये
गैस्ट्रिक समस्याएं होना
पेट दर्द और दस्त के साथ आपको अन्य पेट संबंधी समस्या हो सकती है जैसे पेट में ऐठन आदि
चक्कर आना
चक्कर आना भी सुपारी पाक का दुष्प्रभावो की ओर इशारा करता है यदि आपको सुपारी पाक का सेवन करने के बाद चक्कर जैसा महसूस होता है तो आपको अगली खुराक लेने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श लेना होगा
चलिए अब जानते है आप सुपारी पाक का सेवन किस प्रकार करेंगे
यदि कोई व्यसक महिला या पुरुष इसका सेवन करता है तो उसे सुपारी पाक सुबह शाम 10 ग्राम गुनगुने पानी के साथ खाना खाने के बाद लेना है और इसका सेवन कम से कम १ माह तक करे इसके बाद अपने विशेषज्ञ से इसे निरंतर इस्तेमाल करने के लिए सलाह अवस्य ले अपने आप इस दवा को अधिक उपयोग न करे|
यदि कोई 12 से 18 वर्ष का व्यक्ति इस दवा का सेवन करना चाह रहा है तो इस दवा को लेने का तरीका उप्रोस्क्त बताये गए तरीके जैसा ही है बस आपको ध्यान रखना है दवा की मात्रा आपको आधी कर देनी है यानि 5 ग्राम बेहरत रिजल्ट्स के लिए आप किसी बाल रोग विशेषज्ञ से सलाह अवस्य ले