टाइफॉयड बुखार क्या है? What is Typhoid Fever in Hindi
क्या आप जानते हैं कि यदि आप दूषित पानी पीते हैं या दूषित चीजें खाते हैं, तो आप वास्तव में बीमार हो सकते हैं? और उस बीमारी का नाम है टाइफाइड (typhoid)। टाइफाइड बुखार एक साल्मोनेला टाइफी नामक बैक्टीरिया के कारण होती है। यह आपको बहुत बीमार बना सकता है और आपके शरीर के विभिन्न हिस्सों तक पहुँच कर उनको नुकसान पहुंचा सकता है। अगर आपने जल्दी डॉक्टर से सलाह न ली तो यह जानलेवा भी हो सकता है। टाइफाइड बुखार (typhoid fever in Hindi) विकसित देशों में बहुत आम नहीं है पर यह विकाशील देशों में एक बड़ी समस्या है । आइए इस लेख से टाइफाइड बुखार (typhoid fever), टाइफाइड के लक्षण (typhoid symptoms in Hindi), उनके उपाय (typhoid treatment in Hindi) के बारे में और जानें।
टाइफाइड बुखार, जिसे आंत्र ज्वर भी कहा जाता है, एक गंभीर बीमारी है जो साल्मोनेला टाइफी नामक बैक्टीरिया के कारण होती है। यह बैक्टीरिया दूषित भोजन में पाया जा सकता है और मक्खियों और गन्दी आदतों से फैल सकता है। मानसून के समय में घरों में गन्दा पानी आना आम बात है इसलिए हमें इस टाइम पे विशेष ध्यान देना चाहिए।यह कभी कभी संक्रमित मल के संपर्क में आने से या किसी बीमार व्यक्ति के निकट रहने से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकता है। बैक्टीरिया हमारे द्वारा खाए गए भोजन के साथ हमारी आंतों में चले जाते हैं और हमारी आंतों में घाव पैदा कर सकते हैं जिससे हमें रक्तस्राव हो सकता है।
यदि समय से इलाज न किया जाए तो टाइफाइड बुखार (typhoid fever in Hindi) बहुत घातक भी हो सकता है और हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर कर सकता है। यह हमारे रक्त के माध्यम से हमारे शरीर के अन्य भागों में फैल सकता है। यदि किसी को टाइफाइड बुखार हो जाता है और वह इलाज नहीं कराता है, तो यह लगभग 5 में से 1 व्यक्ति के लिए घातक हो सकता है। लेकिन उपचार के साथ, यह 100 में से 4 से भी कम लोगों के लिए घातक है। कुछ लोगों के शरीर में बिना कोई लक्षण दिखे भी बैक्टीरिया हो सकते हैं।
टाइफॉयड बुखार के कारण- Causes of Typhoid in hindi
टाइफाइड बुखार एक ऐसी बीमारी है जो तब होती है जब आपके शरीर में साल्मोनेला टाइफी नामक कुछ बुरे कीटाणु होते हैं। यदि आप ऐसी चीजें खाते या पीते हैं जिनमें कीटाणु हों तो ये कीटाणु आपके अंदर प्रवेश कर सकते हैं। यहां तक कि अपने फलों और सब्जियों को गंदे पानी से धोने से भी आप बीमार पड़ सकते हैं। कुछ लोगों के शरीर में ये कीटाणु हो सकते हैं लेकिन वे बिल्कुल भी बीमार महसूस नहीं करते। कभी-कभी, टाइफाइड से बेहतर महसूस करने के बाद भी उनके शरीर में बैक्टीरिया हो सकते हैं। इससे बीमारी दोबारा वापस आ सकती है। जिन लोगों को यह बीमारी है, उन्हें बच्चों या वृद्ध लोगों के साथ काम करने से पहले यह सुनिश्चित करने के लिए डॉक्टर से परीक्षण करवाना होगा कि वे पूरी तरह से ठीक हो चुके हैं।
Conjunctivitis in Hindi: क्या है आईफ्लू or कंजक्टीवाइटिस, जानिए इसके लक्षण एवं बचाव के तरीके
टाइफाइड बुखार के लक्षण Symptoms of Typhoid Fever in hindi
टाइफाइड बुखार के लक्षण (typhoid symptoms in Hindi) निम्नलिखित हैं:
- सरदर्द
- १०४ डिग्री तक बुखार
- शरीर में दर्द
- बिगड़ी हुयी भूख
- जी मिचलाना
- दस्त और कब्ज
- पेट दर्द
- कफ
टाइफाइड बुखार से बीमार होने के बाद, लगभग 3% से 5% लोगों में अभी भी बीमारी पैदा करने वाले बैक्टीरिया मौजूद हो सकते हैं। जब किसी को टाइफाइड बुखार (typhoid fever) होता है, तो उनका तापमान आमतौर पर लगभग 103 से 104 डिग्री फ़ारेनहाइट (39 से 40 डिग्री सेल्सियस) तक चला जाता है।
टाइफॉयड के उपचार –Typhoid Treatment in hindi
टाइफाइड बुखार के इलाज (Typhoid Treatment in Hindi) के दो तरीके हैं।
- एंटीबायोटिक्स की सहायता से
- टीकाकरण की सहायता से
एंटीबायोटिक्स की सहायता से: टाइफाइड के इलाज के लिए एंटीबायोटिक्स का उपयोग साल्मोनेला बैक्टीरिया को मारकर किया जाता है। एंटीबायोटिक्स से पहले मृत्यु दर 20% थी, लेकिन अब उचित देखभाल से यह 1%-2% तक रह गई है। मरीजों को आमतौर पर एक से दो दिनों के भीतर सुधार दिखाई देता है और यदि उन्हें उचित एंटीबायोटिक चिकित्सा मिलती है तो वे आमतौर पर 7 से 10 दिनों के भीतर ठीक हो जाते हैं।
टीकाकरण की सहायता से: टाइफाइड बाहुल्य एरिया में जाने से पहले यह सुझाव दिया जाता है कि आप अपनी सुरक्षा के लिए एक विशेष शॉट या दवा ले। इसे मौखिक या कभी कभी इंजेक्शन के रूप में दिया जात है। कभी-कभी दवा लेने के बाद कुछ लोग थोड़ा बीमार महसूस कर सकते हैं। उन्हें बुखार हो सकता है या ऐसा महसूस हो सकता है कि उन्हें पेट में दर्द या सिरदर्द हो रहा है। लेकिन ऐसा हर किसी के साथ नहीं होता, हर 100 में से केवल 1 व्यक्ति के साथ होता है। दिसंबर 2017 से, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने टाइफाइड बुखार के लिए दो टीकों को मंजूरी दी है। ये टीके टाइफाइड बाहुल्य देशों में बच्चों को दिए जा रहे हैं ।
संक्रमण से कैसे बचें?- How to Avoid Typhoid Infection in hindi
टाइफाइड एक ऐसी बीमारी है जो अगर आप पीड़ित व्यक्ति के मॉल के संपर्क में आते हैं या इंजेक्शन के तो आप बीमार हो सकते हैं। ये पानी पीने या ऐसा भोजन खाने से हो सकता है जिसमें कीटाणु हों।
इन नियमों का पालन करके आप स्वस्थ रह सकते हैं और यात्रा के दौरान टाइफाइड बुखार से बीमार होने से बच सकते हैं।
- खुद को सुरक्षित रखने के लिए ऐसी बोतल से पानी पीना सबसे अच्छा है पैक्ड हो।
- अगर आपको वह नहीं मिल रहा है तो आप थोड़ा सा उबाला हुआ पानी पी सकते हैं।
- रेहड़ी-पटरी वालों का खाना खाना से परहेज करें।
- कुछ भी खाने से पहले हाथ अवश्य धोये, विशेषकर कच्चा खाना
- पेय पदार्थों में बर्फ मिलाने से बचें ।
- इसके अलावा, कच्चे फलों और सब्जियों की बजाय पके हुए फल और सब्जियां खाएं।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ)
टाइफॉय्ड बुखार के रोगी को किस तरह के भोजन से बचना चाहिए?
टाइफॉय्ड बुखार से पीड़ित व्यक्ति को कच्ची सब्जियां जैसे ब्रोकोली, फूलगोभी, गोभी, सूखे मेवे, कच्चे जामुन, अनानास, बादाम जैसे मेवे, पिस्ता, अखरोट और बीज जैसे कद्दू के बीज, अलसी के बीज, चिया के बीज इन खाद्य पदार्थों से बचना चाहिए।
क्या टाइफॉय्ड बुखार फैलता हैं?
हाँ। टाइफॉय्ड बुखार आमतौर पर दूषित पानी या पेय पदार्थ और दूषित भोजन के खाने पीने से फैलता है।
टाइफॉय्ड बुखार को कैसे रोकें?
टाइफॉय्ड बुखार से बचाव के लिए आपको साफ पानी पीना चाहिए, अपने आस-पास की जगह साफ रखनी चाहिए और अच्छी साफ़-सफाई का पालन करना चाहिए जैसे की अपने हाथों को बार-बार धोना, अल्कोहल-बेस्ड सैनिटाइज़र का उसे करना, अनट्रीटेड वॉटर पीने से बचना, कच्चे फल और सब्ज़ियों को अच्छे से साफ करना, गर्म भोजन खाना और टीका लगवाना।
टाइफॉय्ड से ठीक होने में कितने दिन लगेंगे?
सही इलाज के साथ, टाइफॉय्ड बुखार के लक्षणों में 3-5 दिनों में कमी आ जाती है । अगर टाइफॉय्ड बुखार का इलाज सही समय पर नहीं किया जाता है, तो यह और भी बदतर हो जाएगा और जानलेवा समस्याओं के होने खतरा हो सकता है।