- मंकीपॉक्स वायरस जानिए इसके लक्षण एवं बचाव | Monkeypox Virus Symptoms, Causes and Treatment in Hindi
- मंकीपॉक्स के लक्षण |Symptoms Of Monkeypox in Hindi
- मंकीपॉक्स वायरस कैसे फैलता है |Transmission of Monkeypox virus in Hindi)
- मंकीपॉक्स वायरस से कैसे बचा जाये (Monkeypox virus Prevention in Hindi)
- मंकीपॉक्स का उपचार (Monkeypox Virus Treatment in Hindi)
मंकीपॉक्स वायरस जानिए इसके लक्षण एवं बचाव | Monkeypox Virus Symptoms, Causes and Treatment in Hindi
कोरोना वायरस जैसी गंभीर समस्या की बाद दुनिया पर फिर से एक बार मुसीबतों के बादल घूमते दिख रहे है और इस बार हम जिस खतरे की बात कर रहे है उसे मंकीपॉक्स वायरस के नाम से जानते है . वैसे इस वायरस का प्रकोप सबसे पहले अफ्रीका के लोगो में देखने को मिला था इसी के साथ अब यह वायरस अन्य देशो को अपनी चपेट में लेने लगा है हलाकि हिन्दुस्तान में अभी तक मंकीपॉक्स का एक भी मामला देखने को नहीं मिला है लेकिन ब्रिटेन, स्पेन, पुर्तगाल, इटली और स्वीडन जैसे यूरोपीय देशों में Monkeypox virus ने अपने कदम रख दिए है ।
मंकीपॉक्स, एक ऐसी बीमारी जो कई दशकों से अफ्रीका में फैली हुई है पर मौजूदा स्तिथि में यह बीमारी लगभग 12 देशों में फ़ैल चुकी है हलाकि अगर मामलो की बात करे तो उनकी संख्या में अभी उतना इजाफा नहीं देखने को मिला है ताज़ा जानकारी के हिसाब से कुल 30 देशो में कुल 500 से अधिक मामले सामने आये है ।
वैसे इस बीमारी का प्रकोप अभी अधिक खतरनाक नहीं है पर समय के साथ जैसे या वायरस बढ़ता जा रहा है आगे स्तिथि ख़राब होने की आशंका भी जताई जा रही है क्युकी कुछ नए केस ऐसे भी दिखे है जो चिंता का विषय बन गए है इसकी गंभीरता को देखते हुए अलग अलग देशो में स्वास्थ guidelines बनाई गई है ।
वैसे स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि अभी तक इस वायरस के फैलने का कारण नहीं पता चला और यह बीमारी ऐसी है जिसमे आम जनता को घबराने की जरूरत नहीं है अगर आप भी मंकी पॉक्स के विषय में जानकारी खोज रहे है और जानना चाहते है। मंकीपॉक्स के लक्षण क्या है मंकीपॉक्स से बचाव के तरीके एवं मंकीपॉक्स के उपचार तो पढना जारी रखे।
मंकीपॉक्स के लक्षण |Symptoms Of Monkeypox in Hindi
अगर बात करे मंकी पॉक्स के लक्षण (Symptoms Of Monkeypox) तो इसके लक्षण कुछ कुछ चेचक के संक्रमण से मिलते जुलते हैं। अधिकांश मामलो में लक्षण कुछ इस प्रकार दिखाई देते है
बुखार होना
मांशपेशियो में दर्द होना
सर में दर्द होना
ठंड लगना
अधिक थकावट होना
शारीर पर दाने या छाले हो जाना
यह वायरस कटी-फटी त्वचा , श्वसन नली या म्यूकोसा के माध्यम से शरीर में प्रवेश करता है। कुछ मेडिकल एक्सपर्ट्स का मानना या है कि मंकीपॉक्स चेचक की तुलना में कम संक्रामक है। तो ये थे मंकीपॉक्स वायरस के लक्षण (Monkeypox symptoms) जो शुरुआती दिनों में देखने को मिलते है, लेकिन जैसे जैसे समय बीतता है ये तकलीफें बढ़ने लगती है और इसके साथ ही अन्य समस्या भी हो सकती है। जैसे:
मैक्यूल्स (Macules)
पेपुल्स (Papules)
वेसिकल्स (Vesicles)
छाले (Pustules)
स्कैब्स (Scabs)
आमतौर पर मंकीपॉक्स से संक्रमित लोग दो से चार सप्ताह में ठीक हो जाते हैं। वहीं अफ्रीका में 10 मंकीपॉक्स पेशेंट्स में से 1 पेशेंट की डेथ भी रजिस्टर की गई है
मंकीपॉक्स वायरस कैसे फैलता है |Transmission of Monkeypox virus in Hindi)
जैसा की हमने बताया ही है की यह वायरस विभिन्न तरीको से हमारे शारीर में दाखिल होता है कोई भी व्यक्ति मंकीपॉक्स वायरस से तब संक्रमित हो जाता है जब वो किसी संक्रमित व्यक्ति, जानवर या फिर प्रदूषित सतह व चीज के संपर्क में आता है। कोरोना की तरह ही इस वायरस में भी आपको सतर्क रहने की जरूरत है और किसी भी संक्रमित वव्यक्ति या वस्तु से दूरी बना के रखना होता है
मंकीपॉक्स वायरस से कैसे बचा जाये (Monkeypox virus Prevention in Hindi)
मंकीपॉक्स वायरस की रोकथाम के लिए सबसे जरूरी है इसकी जानकारी एवं जागरूकता फैलना और लोगों को शिक्षित करना। इससे बचने के लिए लोगों को ये बताने की जरूरत है कि मंकीपॉक्स वायरस के संपर्क में आने के खतरे को कैसे कम किया जाए और ऐसा क्या किया जाए, जिससे आप और आपका परिवार सुरक्षित रहे
जानवरों के संपर्क से बचें
आपको ध्यान रखना है की आपको ऐसे जानवरों के संपर्क में आने से बचना है जो इस वायरस को अपने शारीर में शरण दे सकते है इसका मतलब है कि आपको उन जानवरों और लोगों के संपर्क में आने से बचना है, जो बीमार हैं या जो उन क्षेत्रों में मृत पाए गए हैं जहां मंकीपॉक्स अपना आतंक फैला रहा है।
बीमार व्यक्ति की चीजों से दूरी बना लें
आपको यह सुनिश्चित करना होगा के आप किसी बीमार व्यक्ति के संपर्क में न आये साथ ही उसके द्वारा इस्तेमाल की गई चीज़े जैसे की टॉवल, मोबाइल , बर्तन , बेड एवं अन्य वस्तुए जहा वायरस जीवित रह सकता हो उनसे दूरी बनानी है
साफ–सफाई का ध्यान रखें
यदि आप किसी ऐसी छेत्र या स्तिथि में जहा आप किसी सक्रमित व्यक्ति या जानवरों के संपर्क में आ सकते है तो आपको साफ़ सफाई का अधिक ध्यान रखना होगा संपर्क में आने के बाद हाथो को अच्छी तरह धोएं। आप साबुन या अल्कोहल बेस्ड हैण्ड sanitizer का भी इस्तेमाल कर सकते है ।
मंकीपॉक्स का उपचार (Monkeypox Virus Treatment in Hindi)
कुछ अध्ययन में ये पाया गया है कि स्मॉलपॉक्स की वैक्सीन मंकीपॉक्स वायरस को रोकने में लगभग 85 फीसदी तक कारगर है। अगर बात करे मंकीपॉक्स के टीके की तो WHO के मुताबिक कुछ देशो में जहा मंकीपॉक्स वायरस का खतरा सबसे अधिक है वहां के हेल्थ वर्कर्स, लेबोरेटरी में काम करने वाले कर्मचारियों और रैपिड रिस्पॉन्स टीम जैसे समूह, जिन्हें इस बीमारी का सबसे ज्यादा खतरा है उनके लिए वैक्सीन लगाने के निर्देश जारी किए हैं।
1970 के दशक से अफ्रीकी देशों में मंकीपॉक्स की वजह से बहुत लोग प्रभावित हुए। हालांकि अभी तक मंकीपॉक्स के लिए कोई कारगर उपचार मौजूद नहीं है लेकिन मंकीपॉक्स को कंट्रोल किया जा सकता है। सीडीसी ने मंकीपॉक्स के लिए स्मॉलपॉक्स वैक्सीन Cidofovir, ST-246, Vaccinia Immune Globulin (VIG) को इस्तेमाल करने की मंजूरी दे रखी है।