Neeri Tablet – Know Its Uses, Benefits, Side Effects & Composition
नीरी टेबलेट क्या है ? What is Neeri Tablet?
नीरी टैबलेट Neeri Tablet प्राकृतिक जड़ी बूटियो से बनी एक दवा है जो किडनी की समस्याओं में मदद करती है। इसे ऐमिल फार्मास्यूटिकल्स (Aimil Pharmaceuticals India Ltd)नामक कंपनी बनाती है। Neeri Tablet का उपयोग गुर्दे के संक्रमण, गुर्दे की पथरी और पेशाब करते समय जलन जैसी समस्याओं के इलाज के लिए किया जाता है। जब किसी को पेशाब या किडनी में कोई समस्या होती है, तो डॉक्टर उन्हें उससे छुटकारा देने के लिए लिए विभिन्न प्रकार की दवाएँ देते हैं। इनमें से एक दवा का नाम नीरी टैबलेट Neeri Tablet है और इसका इस्तेमाल इस तरह की समस्याओं के इलाज के लिए किया जाता है।आज हम सब इस लेख से जानेंगे कि यह कैसे काम करता है और क्या कर सकता है, इसके फायदे क्या हैं और नुकसान क्या है।
नीरी टैबलेट की सामग्री Composition and Active Ingredients of Neeri Tablet:
Neeri Tablet निम्न पदार्थों से मिलकर बना होता है जिसके बारे में हम यहाँ बता रहे है, वैसे तो नीरी टैबलेट में मुख्य रूप से आयुर्वेद का ही कॉम्बिनेशन होता जिससे मिलकर नीरी टैबलेट बनाया जाता है जो इस प्रकार है–
- पाषाणभेद: जिसका अर्थ है “पत्थरों को तोड़ देना”। यह बड़ी पथरी को तोड़कर छोटा कर देता है, जिससे मूत्र के साथ पथरी का उत्सर्जन आसानी हो जाता है। पेशाब में जलन या रुकावट के मामलों में भी पाषाणभेद का उपयोग फायदेमंद साबित होता है।
- दारूहरिद्रा: नेफ्रोटॉक्सिक एजेंट से लीवर को प्रोटेक्ट करता है। यह लीवर को इन्फेक्शन होने से बचाता है और लीवर के बिगड़े काम को सुधारने में सहायक बनता है। दारुहरिद्रा मुक्त कणों की सक्रियता को कम कर ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से छुटकारा दिला सकता है। दारुहरिद्रा में Anti-inflammatory गुण होते है, जिसके कारण यह सूजन को कम कर सूजन को कम कर सकता है।
- गोक्षुरा: यह मूत्र से जुड़ी सभी परेशानियों से छुटकारा दिलाने में उपयोगी हो सकता है। यह मूत्र संस्थान को ठीक कर उचित यौन प्रबंधन में सहायक हो सकता है। यह मूत्र फ्लो को बढ़ाकर शरीर से विषाक्तता को निकलता है ।
- पुनर्नवा: यह संक्रमणों के लिए जिम्मेदार सूक्ष्म जीवों की वृद्धि और उनके विकास को रोकने का कार्य करता है। यह जल भराव के लिए जिम्मेदार गतिविधियों को कण्ट्रोल कर मूत्रवर्धक का कार्य कर सकता है। किड़नी की सूजन को कम करने के लिए यह ब्लैडर में अनावश्यक जमा हुए पदार्थ को मूत्र की सहायता से शरीर के बाहर निकलने का काम करता है, जिससे किडनी खराब होने से बच सकती है।
- सहदेवी: यह बैक्टीरिया को बढ़ने से रोकता है। यह बार-बार मूत्र का कारण बन जल प्रतिरोध को कम करने में सहायक है, जिससे मूत्र उत्सर्जन की प्रक्रिया सरल बन जाती है।
- मकोय: यह रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने वाला एक फल है। यह किड़नी में सूजन की प्रोब्लेम्स और बार-बार पेशाब की समस्या में बेहद लाभदायक हो सकता है। इसमें फाइबर की मात्रा होती होती है, जिस कारण यह पेट को साफ करने में मदद कर सकता है।
अतः ये कुछ पदार्थ को एक उचित रेसियो में मिलाकर और कई तरह के प्रोसेसिंग के बाद Neeri tablet को बनाया जाता है।
नीरी टेबलेट का उपयोग Neeri Tablet Uses
Neeri tablet का उपयोग निम्न बीमारियों में किया जाता है जो इस प्रकार हैं-
- यूटीआई (Urinary Tract Infection)
- रीनल ग्लाइकोसुरिया (Renal Glycosuria)
- गुर्दे का संक्रमण
- पथरी
- बार-बार पेशाब आना
- यौन संबंधी परेशानियां
- दर्दनाक पेशाब
- मूत्र के साथ रक्त आना
- प्रोस्टेट संबंधी विकार
- किड़नी में सूजन
नीरी टेबलेट के फायदे Neeri tablet Benefits
- नीरी टैबलेट बैक्टीरियल इन्फेक्शन को दूर करता है।
- मूत्र में जलन को ठीक करने में भी ये मदद करता है।
- पेट से जुड़ी समस्या भी को दूर करने में सहायता करता है
- अगर भूख न लगे तो तो भूख को बढाने में मदद करता है।
- प्रोस्टेट के खतरे को रोकता है।
- जो लोग ओवर वेट हो जाते हैं उनका वजन घटाने और उनके मेंटेनेंस के लिए लाभदायक हो सकता है।
- किसी प्रकार के जीवाणु इन्फेक्शन को ट्रीट करने के लिए लाभदायक होता है।
- इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है।
- लीवर सिरोसिस में भी neeri tablet use होता है।
- जोड़ों के दर्द के इलाज के लिए भी मदद करता है।
- सही पाचन बनाए रखने के लिए।
- डायबिटीज रोग में भी इसका यूज़ कर सकते है। पर आपको एक बार अपने डॉक्टर से सलाह जरुर ले लेनी चाहिए।
- गर्भाशय रक्तस्राव प्रॉब्लम को ट्रीट करने के लिए भी मदददगार साबित होता है।
नीरी टैबलेट के खुराक Neeri tablet Dosage
आपको नीरी टैबलेट की कितनी मात्रा लेनी है यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप कितने बीमार हैं और आपकी उम्र कितनी है। आपके लिए दवा की सही मात्रा के बारे में डॉक्टर से पूछना ज़रूरी है। नीरी टैबलेट की सही मात्रा के कुछ उदाहरण नीचे सूचीबद्ध हैं।
बच्चों के लिए: 1 गोली तीन बार एक दिन में ।
वयस्कों के लिए : 2 गोली दिन में दो -तीन बार
नीरी टैबलेट लेना अन्य दवाएं लेने के समान है। आप इसे नियमित पानी या गर्म पानी के साथ निगल सकते हैं। इसे लेने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना अच्छा है।
यदि आप एक खुराक भूल जाते हैं, तो जैसे ही आपको याद आए, आप इसको ले ले। यदि यह अगली खुराक के समय के आस पास है है, तो छूटी हुई खुराक को छोड़ दें और अपना नार्मल खुराक फिर से शुरू करें। खुराक को डबल करने की कोसिस ना करें।
नीरी टैबलेट से संबंधित सावधानी Neeri tablet Precautions
नीरी टैबलेट का उपयोग करने से पहले कुछ सावधानियां है जिन्हे ध्यान में रखना बेहद इम्पोर्टेन्ट होता है। इन महत्वपूर्ण बातों को यदि आप ध्यान में रखते है तो अनजाने में होने वाले बाहुत सारी परेशानियों से निकाल सकते हैं।
- गर्भवती महिलाओं को नीरी टैबलेट का सेवन डॉक्टर की सलाह के बाद ही करना चाहिए।
- ऐसे व्यक्ति जो की किसी सीरियस बिमारी से पीड़ित है और प्रेजेंट टाइम उपचार ले रहे है उन्हे इसका सेवन डॉक्टर की सलाह के बाद ही करना चाहिए।
- हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज के मरीजों को इसका सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह बहुत ही जरुरी है ।
- नीरी टैबलेट में मौजूद किसी भी पदार्थ से एलर्जी अथवा किसी प्रकार की समस्या होने पर इसका उपयोग बिल्कुल ना करे।
- ऐसी महिलाएं जो की शिशु को स्तनपान करती हैं उन्हे इसका उपयोग डॉक्टर की सलाह के बाद ही करना चाहिए।
- अन्य दवाओं के साथ नीरी टैबलेट का सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।
- नीरी टैबलेट का सेवन पैक पर दिए गए निर्देश अथवा डॉक्टर द्वारा बताए गए तरीके से करे।
- नीरी टैबलेट का सेवन करने से पहले उस पर दिए गए सभी महत्वपूर्ण जानकारी को पढ़ें।
- छोटे बच्चो से इस टेबलेट को दूर रखे।
नीरी टैबलेट का साइड इफेक्ट्स । Neeri Tablet side effects
डॉक्टर का कहना है कि नीरी टैबलेट का इस्तेमाल सुरक्षित है और इससे कोई परेशानी नहीं होती है। लेकिन इसे लेने से पहले अपने डॉक्टर से बात करना ज़रूरी है, बस यह सुनिश्चित करने के लिए कि यह आपके लिए सही दवा है। नीरी टैबलेट प्राकृतिक तत्वों से बनी है इसलिए इससे आपको कोई परेशानी नहीं होगी। खैर, कभी-कभी जब आप दवा लेते हैं या कुछ खास चीजें करते हैं, तो आपका शरीर अलग-अलग तरीकों से प्रतिक्रिया कर सकता है। इनमें से कुछ प्रतिक्रियाओं को दुष्प्रभाव कहा जाता है।
- ज्यदा मात्रा में लेने से हाइपरटेंशन जैसी प्रॉब्लम हो सकती है।
- जी मिचलाना
- उलटी आना
- सर दर्द
- चक्कर आना
- बुखार हो जाना
- स्किन पर चकत्ते होना इत्यादि।
ये प्रोबलेम्स आमतौर पर कुछ दिन के लिए होते हैं और अपने आप ठीक भी हो जाते हैं।